पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का। he is at his home city now and reported tht he wont be coming at kathmandu now.would https://ourbigdirectory.com/listings13039840/a-secret-weapon-for-vashikaran-mantra