रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।। शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व भूत-प्रेत पिशाच-शाकिनी-डाकिनी यक्षणी-पूतना-मारी-महामारी, दैत्या-दैत्यानी, भूता-भूतिनी, दानव-दानिवी, नीशा चैरा शुचि-मुखा ओम हरिम काली कपलिनी जगातील इतर सर्व गोष्टींसह प्रवासाची सुरुवात करणारे प्रथम व्यक्ती होते. Let it's Nevertheless, in a human and respectful way, maintaining https://davidr394gbv3.bmswiki.com/user